दूध का रासायनिक सूत्र क्या है? दूध का रासायनिक सूत्र तथा नाम जानें

क्या दूध का रासायनिक सूत्र क्या होता है? दूध का रासायनिक सूत्र तथा नाम जानें

हेल्लो मेरे प्यारे दोस्तों स्वागत है आपका हमारी arvindsirpatna.com इस की वेबसाइट पर। आज के इस आर्टिकल में हम आपको दूध का रासायनिक सूत्र क्या है दूध का सूत्र तथा दूध का रासायनिक नाम क्या बोला जाता है? इसकी बारे में विस्तार में बताएँगे वाले है। इसके साथ साथ हम आपको दूध में कौन कौन सी सर्करा यानि शुगर  पाई जाती हैं। इसके बारे में हम विस्तार से बताएँगे। साथ ही हम आपको दूध से दही बनाने के लिए किस बैक्टेरिया के कारण दही जमता है। इसके बारे में बताने वाले है। दूध का रासायनिक सूत्र एक आवश्यक जानकारी होना है इसके बारे में हरेक व्यक्ति को पता होना चाहिए। दूध से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी के वारे में हम आपको इस लेख में बतानें वाले है।

पिछले आर्टिकल में हमने आपको यूरिया  का रासायनिक सूत्र क्या होता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। जो एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जिसके बारे में केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। अगर आपने अभी तक इस टॉपिक के बारे में पता नहीं है तो आप हमारी arvindsirpatna.com की इस वेबसाइट से इस टॉपिक को पढ़ सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको दूध का रासायनिक सूत्र क्या होता हैं? एवं  इससे सम्बंधित प्रश्नों के बारे में बताने वाले हैं। इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े ताकि आपको इस टॉपिक से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके।

दूध में क्या पाया जाता है?

दूध का ज्यादातर हिस्सा पानी से बना होता है। दूध एक पायस का उधाहरण है पायस का मतलब यह होता है की वैसे कोलाइडी घोल जिसके परिक्षिप्त अवस्था तथा परिक्षेपण माध्यम दोनों में द्रव उपस्थित होते है पायस कहलाता है। जिसमे वसा प्रोटीन खनिज  और अन्य यौगिक पदार्थ की मात्रा थोड़ी ही होती है। दूध की जटिल संरचना को समझने के लिए सबसे पहले इसमें शामिल वसा को समझते हैं।

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वसा(fat)

ट्राइग्लिसराइड (Triglyceride) एक ऐसा पदार्थ है जो दूध में वसा का निर्माण करता है। यह ग्लिसरोल बैकबोन और तीन फैटी अम्ल चेन वाले अणु  होता  हैं। फैटी अम्ल शृंखला  वाले अणु की संरचना अलग भी हो सकता है। आम तौर पर दूध में पाए जाने वाले फैटी अम्ल पामिटिक, ओलिक, स्टीयरिक और मिरिस्टिक अम्ल होते हैं। इन अम्लो की मात्रा में भिन्नता इस बात पर निर्भर करती है की गाय ने क्या खाया है। उदाहरण के लिए गर्मियों में घास में ओलिक अम्ल की मात्रा बढ़ जाती है। यह भिन्नता वसा से अलग होने पर वसा की कठोरता को भी प्रभावित करती है। दूध में वसा की एक छोटी बूँद तीन से चार माइक्रोमीटर चौड़ी होता है। वसा की यह वूंदे एक झिल्ली से घिरा होता हैं जो कि अलग अलग अणुओं से बनी होती है। इनमे प्रोटीन शामिल होते हैं जो कि वसा की बूंदों को पानी के साथ इमल्सन(पायस) बनाने में मदद करते हैं। वसा का घनत्व पानी से कम होता है इसलिए अगर दूध को छोड़ दिया जाए तो ये दूध के ऊपर आ जाता है और इसे चलनी  किया जा सकता है। इस तरह चलनी  दूध तैयार किया जाता है।

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दूध में प्रोटीन

प्रोटीन दूध का दूसरा महत्वपूर्ण घटक होता है। ये दूध के सफेद होने का भी एक कारण है।प्रोटीन   शृंखला  नुमा लम्बे आकार के होते हैं। जो छोटे छोटे अमीनो अम्ल से मिलकर बने होते है। दूध में 100 प्रकार के प्रोटीन उपस्थित  होते हैं जिसमें  केसिन मुख्य प्रोटीन होता है। दूध में प्रोटीन संरचनाएं बनाते हैं। ये कैल्शियम कार्बोनेट के छोटे समूह से बने होते हैं। जो मेसिल्स को इकट्ठा रखने में मदद करते हैं। ये मेसिल प्रोटीन ही होता है जो दूध को सफेद रंग देता है। ये आकार में 150 nm  के होते हैं। इनका छोटा आकार इनसे टकराने वाले प्रकाश को विखेरने में सक्षम होता है। प्रकाश के विखेरने की यह प्रक्रिया दूध में पाए जाने वाले मेसिल्स की बढ़ी संख्या के कारण होता है। और इसकी बजह से दूध सफेद दिखाई देता है।

लैक्टोज (दूध का रासायनिक सूत्र)

अधिकान्स  यौगिक पानी में घुले होते हैं जो दूध को गाढ़ा बनाते में सहयोग  हैं। इनमे खनिज विटामिन्स और लैक्टोज शामिल होते हैं। लाक्टोज एक शर्करा है जोकि मुख्य रूप से डेरी उत्पादों में पाया जाता है। हमारे शरीर में लाक्टोज के दो शर्करा ग्लूकोज और गैलेक्टोज में टूटता है कुछ लोग पर्याप्त मात्रा में लाक्टोज उत्पादित नहीं कर पाते हैं जिससे उनमे एंजाइम का विघटन नहीं होता है ऐसे में उन्हें दूध से एलर्जी हो जाती है। ऐसे लोगो में लैक्टोज डायजेस्टिव सिस्टम से विना टूटे कोलोन तक पहुँचता है। यहाँ पर बैक्टेरिया इसे तोड़ते हैं जिससे गैस का निर्माण होता है और ऐसे लोगो को परेशानी होती है। दूध में पाया जाने वाला मुख्य कार्बोहाइड्रेट लैक्टोज है और लैक्टोज का सूत्र C₁₂H₂₂O₁₁ होता  है।

लैक्टोज का सूत्र = C12H22O11

लैक्टोज के क्या गुण (दूध का रासायनिक सूत्र)

  • यह एक रंगहीन क्रिस्टलीय ठोस है।
  • यह दो फॉर्म में पाया जाता है अल्फ़ा और बीटा रूप।
  • अल्फ़ा रूप का मेल्टिंग पॉइंट 202oc होता है।
  • बीटा रूप का मेल्टिंग पॉइंट 252oc होता है।
  • यह विटामिन के अवशोषण को बढ़ाता है।
  • यह मासपेशियों  के निर्माण के लिए सहायक होता है।
  • यह प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करते  है।
  • यह विटामिन के अवशोषण को बढ़ाता है। यह सभी विटामिन्स पर लागू नहीं होता है।

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लैक्टोज के रासायनिक गुण क्या (दूध का रासायनिक सूत्र)

  • यह एन्जाएम की उपस्थिति में जल अपघटित होकर ग्लूकोज और ग्लेक्टोज बनाता है।

         C12H22O11 + H2__________> C6H12O6 + C6H12O6

  • यह फिनाल हाइड्राजीन से क्रिया करके ओसाजोन बना देता है।

लैक्टिक अम्ल क्या होता है?

दूध के ख़राब हो जाने पर इसके स्वाद में खट्टेपन का कारण बैकटेरिया  को बताया जाता है। लैक्टोज के विघटन के कारण लैक्टिक अम्ल बन जाता है। जो स्वाद में खट्टापन पैदा होता है। ये दूध की अम्लता को भी बढ़ा देता है और इसका यह प्रभाव होता है कि दूध में प्रोटीन इकट्ठा होकर गांठ बना लेता  हैं इसका इस्तेमाल पनीर बनाने में किया जाता है। लैक्टिक अम्ल का उपयोग दूध से दही में परिवर्तन के लिए किया जाता है।

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इस लेख का निष्कर्ष

आज हम इस आर्टिकल में हमने आपको दूध में पायी जाने वाली लैक्टोज शर्करा का रासायनिक सूत्र क्या होता है?  इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। इसके साथ साथ हम आपको दूध में कौन सी शुगर  पाई जाती हैं। इसके बारे में हम विस्तार में बताया। साथ ही हम आपको दूध से दही बनाने के लिए किस बैक्टेरिया की जरूरत होता  है। इसके बारे में बताया है। यह एक अति आवश्यक लेख है इसके बारे में प्रत्येक व्यक्ति को पता होना जरूरी होना चाहिए। इसी प्रकार के नये नये टॉपिक की जानकारी हम अपनी इस वेबसाइट अच्छे-अच्छे लेख उपबलब्ध हैं। इसी प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी arvindsirpatna.com  की वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद आपका दिन शुभ हो।

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