फिटकरी का सूत्र और रासायनिक नाम क्या होता है?
क्या आप जानते हैं कि फिटकरी का सूत्र क्या होता है? इसका का सूत्र K2SO4.Al2(SO4)3.24H2O होता है और इसका pH मान 3 से 4.5 के बीच होता है। फिटकरी को पोटैशियम एल्युमिनियम सल्फेट या पोटैशियम फिटकरी के नाम से भी जानते हैं। यह एक द्विक-लवण का उदाहरण है, क्योंकि फिटकरी दो लवणों से मिलकर बना होता है। फिटकरी की तासीर गर्म माना जाता है।इस लेख में फिटकरी का सूत्र या फिटकरी का फार्मूला के अगले चरण में हम फिटकरी के फायदे के बारे में चर्चा करेंगे-
फिटकरी के क्या-क्या फायदे है?
अब मैं आपकों प्यारे दोस्तों फिटकरी के कुछ ऐसे फायदे अपने इस लेख फिटकरी का सूत्र ,आपको जानकारी देने जा रहे हूँ जो आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। आपके प्रतिदिन की जिंदगी में भी फिटकरी कई महत्वपूर्ण रोल अदा निभाती है तो आइए जानते हैं ऐसे कौन से फायदे है फिटकरी यानि पोटाशअलम के –
- फिटकरी का उपयोग आता है कि फिटकरी से गंदगी की सफाई की जाती है। पीने वाले पानी में मौजूद कीटाणुओं बैकटेरिया को नष्ट करने के लिए फिटकरी का उपयोग किया जाता है। यह कीटाणु नाशक होता है। इसके आलवा यह हमारी त्वचा को भी स्वच्छ व साफ रखने में सहायक होता है।
- चोट लगने पर खून के बहाव को कम करने के लिए घाव पर फिटकरी लगा देते हैं। जिससे कि खून का बहना बंद हो जाता है। इस प्रकार चोट लगे स्थान पर बैकटेरिया को भी नहीं पनपने देता हैं और घाव कुछ दिनों में ही अच्छी तरह ठीक हो जाता है।
- यदि आपको कोई यूरिण संबंधित इंफेक्शन हो तो आप उस संबंधित स्थान पर फिटकरी के पानी से सफाई कीजिए घाव आसानी से ठीक हो जाएगा। आपको कुछ ही समय में इंफेक्शन से राहत मिलने लगेगी।
- यदि आपके दातों में दर्द रहता है तो फिटकरी आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है। फिटकरी के पाउडर को उस दांत में और उसके आस पास लगा दें जहां दर्द हो रहा है, कुछ समय में आपको दर्द से निवारण मिल जाएगा और आप बोलेंगे की क्या दवा है भाई साहब।
- ठंडे मौसम की वजह से यदि आपको सर्दी, खांसी व जुकाम हो गया है तो आप फिटकरी के पाउडर को शहद के साथ इसका सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको जरूर सर्दी, खांसी व जुकाम से आराम मिलेगा क्योंकि फिटकिरी का तसर गर्म है।
- यदि आप रोज(Daily ) फिटकरी के पानी से नहाते हैं, तो आपके शरीर पर कोई भी गंदगी या इन्फेक्शन नहीं होगा और आपकी त्वचा एकदम साफ व सुंदर दिखाई देगा।
फिटकरी का नुकसान होता है?
इस लेख फिटकरी का सूत्र में अभी आपने फिटकरी के फायदे के बारे में जाना। परंतु हर चीज के दो पहलू होते हैं अगर किसी चीज से कोई फायदे होते हैं तो उसके नुकसान भी देखने को मिलता हैं। तो चलिए अब हम जान लेते हैं कि फिटकरी से कौन-कौन से नुकसान हो सकते हैं –
- यदि फिटकरी का ज्यादा सेवन कर लिया जाए तो पुरुषों में स्पर्म काउंट और फ्रक्टोस की सांद्रता में गड़बड़ी देखने को मिल सकता है।
- यदि एक ज्यादा समय तक फिटकरी का प्रयोग किया गया तो इससे कैंसर जैसी बीमारियां भी उत्पन्न हो सकती हैं।
- फिटकरी को यदि त्वचा के संपर्क में बार-बार लाया जाए तो यह त्वचा को रूखा बना देती है। यदि आपकी त्वचा की प्रकृति नाजुक है तो फिटकरी के साइड इफेक्ट त्वचा पर लाल चकत्ते के रूप में देखने को मिल सकते हैं।
- यदि इसका अधिक सांद्रता वाला फिटकरी का जल, आंखों के संपर्क में आ जाए तो इससे आंखें बुरी तरह से प्रभाव डाल सकता है।
फिटकरी को चोट स्थान पर रगड़ने से खून का बहना रुक जाता है क्यों?
यह प्रश्न काफी सामान्य है परंतु काफी बार आपके मन में भी है प्रश्न उठता है कि ऐसी कौन सी क्रियाविधि है कि यह फिटकरी चोट पर लगाने से खून का प्रवाह बंद हो जाता है। सर्वप्रथम फिटकरी एक रासायनिक पदार्थ होता है। फिटकरी का सूत्र K2SO4.Al2(SO4)3.24H2O होता है। खून में उपस्थित प्रोटीन के कोलाइडी कण, फिटकरी में उपस्थित पोटैशियम और एलुमिनियम के अत्यधिक आवेश वाले आयन से अभिक्रिया करके निष्क्रिय हो जाता हैं। जब यह कोलाइडी कण निष्क्रिय हो जाता हैं तब वहां खून का थक्का जमने लगता है और इसे महीन-महीन जाल नुमा आकृति बन जाती है, जिसमें से खून बाहर नहीं आनें देता है और इस प्रकार खून का बहना बंद हो जाता है।