जिप्सम का रासायनिक सूत्र क्या है इसके उपयोग और बनाने की विधि
हैलो मेरे प्यारे दोस्तों स्वागत है आपका arvindsirpatna.com की वेबसाइट पर। आज इस आर्टिकल में हम आपको जिप्सम का रासायनिक सूत्र क्या होता है? जिप्सम बानने की विधि है। जिप्सम क्या है। इसके बारे में बताने वाले है। इसके साथ साथ हम आपको जिप्सम के उपयोग कैसे होता हैं? POP क्या होता हैं इसके बारे में बताएँगे। जिप्सम का रासायनिक सूत्र बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है
जिप्सम क्या है?
जिप्सम एक रासायनिक यौगिक है यह कठोर व ठोस अवस्था में होता है। जिप्सम को प्लास्टर ऑफ़ पेरिस अर्थात कैल्शियम सल्फेट हेमीहाइड्रेट से प्राप्त करते हैं। जिप्सम एक बहुत महत्वपूर्ण खनिज है जो संगमरमर के छोटे छोटे दानो के समान दिखने में प्रतीत होता है। कहीं-कही इसे नरम सल्फेट के नाम से भी जाना जाता है। खिलौने को या मूर्ती को बनाने में जो पदार्थ मिलाया जाता है वह जिप्सम होता है। जिप्सम एक खनिज होता है जिसे खदानों से खुदाई से निकाला जाता है।
जिप्सम का रासायनिक सूत्र
जिप्सम का रासायनिक सूत्र CaSO4.2H2O होता है। जिप्सम चार तत्वो से मिलकर बना होता है कैल्सियम, सल्फर, ऑक्सीजन और हाइड्रोजन। जब प्लास्टर ऑफ़ पेरिस में जल डाला जाता है तो अभिक्रिया करके प्राप्त होता है तब रासायनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप जिप्सम जैसा खनिज पदार्थ प्राप्त होता है।
जिप्सम का रासायनिक सूत्र = CaSO4.2H2O
जिप्सम का रासायनिक नाम क्या है?
जिप्सम एक ऐसा यौगिक है जिसका उपयोग हमारे दैनिक जीवन में बहुत सी महत्वपूर्ण वस्तु का बनाने के लिए किया जाता है। जिप्सम का उपयोग किसानों के दवारा वेहतर फसल उगाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। जिप्सम खनिज पदार्थो के रूप में फसल को लाभ पहुचाने में मदद होता है। जिससें फसल अच्छी मात्रा में उगता है। यह एक ऐसा रासायनिक यौगिक होता है जिसमे कैल्शियम सल्फेट के अणु के साथ में जल के अणु उपस्थित होते हैं। इसलिए इस यौगिक का रासायनिक नाम कैल्शियम सल्फेट होता है।
जिप्सम को बनाने की आसान विधि
जब प्लास्टर ऑफ़ पेरिस की जल से अभिक्रिया कारते है तब इस अभिक्रिया के दौरान हमें प्लास्टर ऑफ़ पेरिस प्राप्त होता है। प्लास्टर ऑफ़ पेरिस से हमें जिप्सम खनिज पदार्थ प्राप्त होता है।
CaSO4.1/2H2O + 3/2H2O —–> CaSO4.2H2O
जिप्सम कहाँ मिलता है?
जिप्सम एक ऐसा रासायनिक यौगिक और खनिज होता है जिसका उपयोग हमारे दैनिक जीवन में कभी न कभी होता ही है। इस प्रकार इस खनिज पदार्थ का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह शुष्क जलवायु वाले क्षेत्रों में अधिक मात्रा में पाया जाता है। भारत देश में जिप्सम बहुत अधिक मात्रा में पाया जता है। इसलिए इसका प्रयोग हम अपने दैनिक जीवन में बहुत आसानी के साथ कर लेते हैं। भारत के कई राज्यों जैसे गुजरात, राजस्थान, विहार और तमिलनाडु में ये अधिक मात्रा में मिलता है। इन क्षेत्रो में जिप्सम का भंडारण अधिक मात्रा में पाया जाता है।
जिप्सम के भौतिक गुण
जिप्सम के भौतिक गुण निम्नलिखित इस प्रकार हैं।
- यह एक प्रकार का खनिज है जो थोड़ा नरम होता है जिसे नाखून से खरोचा जा सकता है।
- जब जिप्सम के द्वारा प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का निर्माण किया जा सकता है।
जिप्सम के उपयोग इस प्रकार है
- जिप्सम का उपयोग अमोनियम सल्फेट जैसे उर्वरक को बनाने में किया जाता है ।
- जिप्सम का उपयोग गंदक का अम्ल, रासायनिक खाद्य बनाने में होता है।
- इसका उपयोग खनिज के रूप में पोर्सिलीन व कांच बनाने में किया जाता है।
- जिप्सम को किसान इसे मिट्टी को उपजाऊ बनाता है जिससे किसानो की फसल अच्छी मात्रा में उपज हो सके है।
किसानो द्वारा जिप्सम का उपयोग
आज के दिनों में किसान जिप्सम का उपयोग बहुत कम मात्रा में करने लग गए हैं क्योंकि किसान अब अपनी फसल को अच्छी तरह से सफलतापूर्वक उपजाने के लिए कैल्शियम, पोटेशियम और नाइट्रोजन का करने लगे हैं। लेकिन कैल्शियम सल्फेट का प्रयोग न करने से मिट्टी की गुवत्ता ख़तम होते जाता है जबकि जिप्सम का उपयोग करने से मिट्टी की गुणवत्ता अच्छी बनी रहती है। जिस कारण फसल भी अच्छी मात्रा में उपज होता है। जिप्सम की कमी ज्यादातर उप-क्षणीय भूमि में होती है। जिप्सम अन्य उर्वरको की तरह ही एक महत्वपूर्ण उर्वरक होता है इसका उपयोग मृदा को सुरक्षित रखने के लिए किए जाना चाहिए। मिट्टी में जिप्सम मिलाने से उसमे अलग अलग प्रकार के पोषक तत्वो की बढ़ोत्तरी होती है। जिप्सम का उपयोग मृदा में कैल्शियम और सल्फर के अणुओं को बढ़ाने के लिए किया जाता है।