हेनरी का नियम क्या है? इनके अनुप्रयोग, सीमाएं, फार्मूला तथा उदाहरण सहित जानें

हेनरी का नियम ? इसके अनुप्रयोग, सीमाएं, फार्मूला  तथा उदाहरण 

हेलो मेरे प्यारे दोस्तों स्वागत है आपका हमारे arvindsirpatna.com की वेबसाइट पर। आज के हम इस आर्टिकल में हम आपको हेनरी का नियम क्या होता है हेनरी के नियम की सीमाएं क्या है हेनरी के नियम का फार्मूला  क्या है तथा हेनरी के नियम के उदाहरण के बारे में बताएंगे।इस आर्टिकल में हम आपको हेनरी के नियम के बारे में विस्तार में बताएंगे। और इसके साथ-साथ ही हम आपको हेनरी के नियम के साथ उदाहरण के बारे में भी बताएँगे।

हेनरी का नियम एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक है जो कई बार परीक्षाओं में पूछा जा चुका है परीक्षाओं में हेनरी के नियम से संबंधित कुछ इस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं  जैसे हेनरी का नियम किसे कहते क्या होता हैं? हेनरी के नियम का फार्मूला  क्या है? तथा हेनरी के नियम की सीमाएं क्या क्या हैं? इसके उदाहरण लिखिए आज के आर्टिकल में आपको हेनरी के नियम से संबंधित सारी जानकारी दी जाएगी हेनरी के नियम से संबंधित जानकारी पाने के लिए हमारी arvindsirpatna.com की वेबसाइट पर जुड़े रहिए और इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़िए जिससे आपको हेनरी के नियम की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके।

हेनरी का नियम की व्याख्या करें ?

हेनरी के नियम के अनुसार किसी गैस  का आंशिक दाब उस विलयन में गैस के मोल प्रभाज या अंश  के समानुपाती होता है। अथवा नियत ताप पर किसी विलायक के निश्चित आयतन में विलेय गैस का द्रव्यमान गैस के दाब के समानुपाती होता है। यदि विलायक  के एकांक आयतन में विलेय गैस का द्रव्यमान m तथा दाब P हो तो हेनरी के नियम के अनुसार-

m = K.P

माना किसी गैस का आंशिक दाब P है तथा विलयन में उपस्थित गैस का मोल प्रभाज या मोल अंश (X) हो तो हेनरी का गणितीय व्यंजक इस प्रकार है –

P = KH.X

जहाँ पर  KH  को हेनरी नियतांक कहते हैं।

यदि दाब स्थिर हो तो –

1 = KH.X

X =1/KH

विलेयता = 1/K

विलेयता समानुपाती 1/ताप(T)  के होती है। KH समानुपाती ताप होता है।

अतः एक ही गैस के लिए ताप का मान बढ़ाने पर KH (हेनरी स्थिरांक) का मान भी बढ़ जाता है।

हेनरी नियम के अनुसार गैस के आंशिक दाब और घोल  में गैस के मोल अंश X के बीच ग्राफ को निम्न प्रकार दर्शाया जा सकता है।

हेनरी के नियम के अनुप्रयोग इस प्रकार है 

हमने आपको हेनरी का नियम और इसके फार्मूला  के बारे में बताया अब हम आपको हेनरी के नियम के अनुप्रयोग के बारे में बताएँगे। हेनरी के नियम के अनुप्रयोग निम्नलिखित हैं जो इस प्रकार है-

  1. गहरे समुद्र में गोताखोर के दौरान 

गहरे समुद्र में गोताखोरी करते समय संपीडित वायु का प्रयोग किया जाता है क्योंकि  संपीडित वायु में O2 के अतिरिक्त N2 भी होती है। नाइट्रोजन गैस  सामान्य दाब पर रक्त में जयादा विलेय नहीं हो पाता  है जबकि दाब बढ़ने से विलेयता बढ़ जाती है तथा Nरक्त में घुल जाती है। गोताखोर को समुद्र से बाहर आने पर वायु दाब कम हो जाता है। जिससे रक्त में विलेयशील अतिरिक्त नाइट्रोजन बुलबुले के रूप में बहार निकलती है। जिससे गोताखोर को पूरे शरीर   दर्द उत्पन्न हो जाती है। जिससे वेंडस या केसन रोग उत्पन्न हो जाता है। इसलिए नाइट्रोजन की जगह रक्त में कम घुलने वाली गैस जैसे  He व  Oका उपयोग किया जाता है।

  1. पेय पदार्थों के बनाने में

म्रदु पेय सोडा जल बनाने जैसे कार्बनीकृत पेय पदार्थो को बनाते समय कार्बनडाइ ऑक्साइड(CO2) की विलेयता बढ़ाने के लिए उच्च दाब दिया जाता है।

  1. जलीय जीवन के लिए 

वायु में उपस्थित ऑक्सीजन की जल में विलेयता के कारण ही नदी समुद्र एवं झीलों में जलीय जीवों का जीवन संभव हो पता है।

  1. अधिक उचाई वाले स्थानों पर

अधिक उच्चीय वाले स्थानों पर ऑक्सीजन का आंशिक दाब कम होता है। जिससे यहाँ के लोगो या आरोहाको के रूधिर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो लगता  है। जिससे की  वे कमजोरी महसूस करते हैं, एवं उनमें अनोक्सिया नामक रोग उत्पन्न हो जाता है।

हेनरी के नियम की सीमाएं इस प्रकार है-

हेनरी के नियम की सीमाएं निम्नलिखित हैं जो इस प्रकार है

  1. यह नियम केवल तनु विलयनो के लिए लागू होता है। अर्थात घोल में  विलेय पदार्थ की मात्रा कम होती है।
  2. इस नियम में दाब निम्न  तथा ताप उच्च होना चाहिए अर्थात गैस आदर्श गैस की भांति व्यवहार करते है।
  3. गैस एवं विलायक के मध्य कोई रासायनिक क्रिया नहीं होनी चाहिए। जैसे कार्बनडाइ ऑक्साइड को कोका कोला में मिलते है तो कोई रासायनिक क्रिया नहीं होती है।

नोट- NHव HCl गैस जल  में बहुत अधिक घुलनशील होती है। इसके कारण ये हेनरी के नियम का पालन नहीं करता है। क्योंकि जो गैस जल  में अधिक घुलनशील होता है वे  हेनरी के नियम का पालन नहीं करता हैं। NHव HCl ये दोनों गैस वेंजीन(C6H6) में कम घुलनशील है। इसलिए ये हेनरी के नियम का पालन करता हैं।

उदाहरण – सामान्य जीवन में हेनरी के नियम का उदाहरण मृदु पेयों पदार्थों में देखने को मिलता है।

बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न- यदि H2S की जल में विलयता 0. 5m हो तो हेनरी स्तिरांक की गणना कीजिए।

उत्तर-  H2S के मोल(n1) = 0.5

पानी  का भार = 1 kgm

जल का अनुभार = 18

जल के मोल (n2) = W/M = 1000/18 = 55.55

कुल मोल nt = 0. 5 + 55.55 = 56.5

XH2S का मोल प्रभाज = n1/n2 = 0. 5/56.5= 0.0088

K = P/Xgas

उत्तर –  KH = 56.5bar/0.0088 = 6420.45

प्रश्न- 298K पर CH4 की C6H6 पर मोललता का हेनरी स्थिरांक 4.27×106  mm Hg है। 298k तथा 760 mm Hg दाब पर CH4 की C6H6 में विलेयता ज्ञात करें

उत्तर- KH = 4.27×106  mm Hg

P = 760 mm Hg

विलेयता या मोल प्रभाज(X) = ?

Xgas = P/KH = 760/ 4.27×106

= 178X10-6

= 1.78X10-6+2

= 1.78X10-4  

इस लेख का निष्कर्ष

मेरे दोस्तों इस आर्टिकल या लेख  में हमने आपको हेनरी का नियम क्या होता है? हेनरी के नियम के अनुप्रयोग क्या होता  हैं? हेनरी के नियम की सीमाएं क्या होती है? इसके बारे में बताने है, तथा इसके साथ साथ हमने आपको हेनरी के नियम के उदाहरण के बारे में भी बताया है। हेनरी का नियम बहुत ही महवपूर्ण टॉपिक है। इस महत्वपूर्ण टॉपिक को हमने ऊपर के इस आर्टिकल में विस्तार से बताया है। इसी प्रकार की केमिस्ट्री से सम्बंधित जानकारी हम अपनी इस वेवसाइट पर देते रहते हैं।अगर  इसी प्रकार की केमिस्ट्री से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए जुड़े रहिए हमारे arvindsirpatna.com  की वेवसाइट के साथ तब तक जुडने के लिए धन्यवाद तथा आपका दिन शुभ हो । 

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