साबुन एवं अपमार्जक क्या होता है ?

 साबुन एवं अपमार्जक

– साबुन उच्च वसा अम्लों का सोडियम या पोटैशियम लवण होता है। वनस्पति तेलों एवं वसा का क्षार द्वारा जल अपघटन कराने से साबुन का निर्माण होता है।C15H31COONa , C17H35COONa साबुन के उदाहरण है। 
किसी वसा का क्षार द्वारा जल अपघटन कि क्रिया को साबुनीकरण कहते है। कठोर जल के साथ साबुन अपनी वास्तविक निर्मलनी क्रिया नहीं करता है। कठोर जल में Calcium and Magnessium के Sulphate, Chloride इत्यादि उपस्थित रहते है। अतः जब कठोर जल के सम्पर्क में साबुन आता है तब यह लवणों से प्रतिक्रिया करता है तथा अवक्षेप बनकर अलग हो जाता है। जब की अघुलनशील कण कपड़ों के छिद्र में बैठ जाता है जिससे कपडों की सफाई नहीं हो पाती तथा साबुन की व्यर्य ही बर्वादी होती है अतः ऐसी स्थिति में अपमार्जक का प्रयोग किया जाता है। कठोर जल से  गंदे कपडें साफ नहीं होते जब साबुन का प्रयोग होता है 

अपमार्जक (Detergent)

अपमार्जक लम्बी श्रृखला वाले हाइड्रोकार्बन  के सलफेट  या  Sulphonate होते है। ये साबुन की तुलना में अच्छी सफाई करते है। यह कठोर जल के साथ भी खुब झाग देते है तथा बेहतर सफाई क्रिया होती है। ये Ca तथा Mgके साथ अघुलनशील लवण नहीं बनाते है। परन्तु अपमार्जक जैविघटनीय नहीं होते है तथा जल प्रर्दिर्षन को बढ़ावा देते है। अतः ऐसी स्थिति में अपमार्जक को जैव निम्नकरणीय बनाने के लिए हाइड्रोकार्बन  श्रंृख्या को कम से कम हो सकें। 

अपर्माजक तीन प्रकार के होते है। 

(1) धनयानि अपमार्जक  (2) ऋणयानि अपमार्जक  (3) उदासिनी 
कपड़ों की धुलाई में ऋणायनी अपमार्जक का प्रयोग किया जाता है। सैम्पु में धनायनि अपमार्जक का प्रयोग किया जाता है जबकि बर्तनो की सफाई में उदासीन अपमार्जक का प्रयोग किया जाता है। 

 साबुन एवं अपमार्जक,FAQ.

Q.धनयानि अपमार्जक का उपयोग कहा होता है?

उत्तर-कपड़ों की धुलाई

Q.ऋणयानि अपमार्जक का उपयोग कहा होता है?

उत्तर-सैम्पु में

Q.उदासिन अपमार्जक का उपयोग कहा होता है ?

उत्तर-बर्तनो की सफाई में

Q.कठोर जल में साबुन या अपमार्जक से कपड़ा होते है ?

उत्तर-अपमार्जक से 

Q.लम्बी श्रृखला वाले हाइड्रोकार्बन के सलफेट या सल्फोनेट को कहते है?

उत्तर-अपमार्जक से 

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