जीव रसायन किसे कहते हैं? What is Biochemistry?
रसायन विज्ञान की वह शाखा जिसमें जिसमें हमलोग पेड़ – पौधों और जानवरों के जैविक प्रक्रिया और इन में पाए जाने वाले जैविक अणुओं का अध्ययन करते हैं। हमलोग इसे इस तरह भी समझ सकते हैं की जीव रसायन में हम जीवित कोशिकाओं में संगठन तथा उनमें होने वाले रासायनिक परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता हैं।जीव रसायन का पिता वैज्ञानिक जे. वॉन लेबिग को माना जाता है।
जैव रसायन के क्षेत्र
इसके मुख्यता के आधार पर तीन क्षेत्र में विभाजित किया गया है। जो इस प्रकार हैं –
संरचनात्मक जीव विज्ञान
यह जैव रसायन विज्ञान की एक शाखा है जिसमे हम शरीर में पाए जाने वाले Macromolecules (वृहद अणु) के बारे में अध्यन करते हैं। ये Macromolecules प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, न्यूक्लिक एसिड, वसा आदि होते हैं। ये सभी अणु आपस में एक को – ऑर्डिनेट फैशन में एक दूसरे के साथ कोशिका की क्रियाविधि को सम्पूर्ण करते हैं। यह विषय पढ़ने में कभी रोचक है क्युकी इसमें जीवन से संबंधित बहुत अहम बातों का जिक्र देखने को मिलता है।
एनजाइमोलॉजी
एंजाइम प्रोटीन से बने होते हैं, राइबोजाइम को छोड़कर। ये एंजाइम जीव के शरीर में होने वाली रासायनिक अभिक्रिया में उत्प्रेरक का कार्य करते हैं और अभिकरक को उत्पाद में बदलने के कार्य में सहायता करते हैं। मानव सर यह कि लगभग 5000 से अधिक अभिक्रियाएं इन एंजाइमों के द्वारा उत्प्रेरित होती हैं। ये एंजाइम्स एक निश्चित ताप और PH पर ही कार्य कारते हैं। उचित शर्त न होने पर ये अपने उत्प्रेरक का गुण खो देते हैं।
उपापचय (metabolism)
जीवो के अंदर होने वाली सभी अभिक्रियाओं के सम्मिलित रूप को हमलोग उपापचय कहते हैं। इसे अंग्रेजी में Metabolism कहते हैं। फोटोसंथेसिस, Respiration, ऊर्जा का निर्माण जैसी बहुत सारी अभिक्रियाएं जीवों के शरीर में हर क्षण चलती हैं। जैव रसायन की इस शाखा में हम इन्हीं जैव रसायनिक अभिक्रियाओं का अध्ययन करते हैं।
कुछ महत्वपूर्ण प्रमुख जैव रसायन
हमलोग के शरीर में पाए जाने वाले जैव रसायनओं की संख्या बहुत ही अधिक है परंतु यहां हम कुछ प्रमुख जैव रसायनों के बारे में ही चर्चा करेंगे। प्रमुख जैव रसायन निम्नलिखित प्रकार के होते हैं –
कार्बोहाइडेट्स क्या है?
कार्बोहाइड्रैटस का अर्थ होता है कार्बन के हाइड्रेट्स। ये Polyhydroxy Ketone या Polyhydroxy Aldehyde होते हैं। रोटी, चावल,मैदा में कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है तथा ये ऊर्जा का बहुत अच्छा श्रोत है। इन यौगिकों में H और O का अनुपात 2:1 होता है।
वसा(Fat)
वसा वह होता है जिसमें कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से मिलकर बना अणु होता है जो चिकनाई युक्त पदार्थ होता है। ये कोशिका झिल्ली का प्रमुख अवयव होता है। ये पदार्थ ऊर्जा के प्रमुख श्रोत होते हैं। इनका पाचन होने के बाद ये ग्लेसरोल और फैटी एसिड में अलग-अलग हो जाते हैं।
प्रोटीन(Protein)
प्रोटीन, अमीनो एसिड के संगठन से मिलकर बनती है। यह हमारे शरीर में मांसपेशियों को बनाने एवं उनको ताकत प्रदान करने में बहुत सहयोग करती है। प्रोटीन कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन और नाइट्रोजन तत्वों से मिलकर बनी होती है। प्रोटीन में पेप्टाइड बॉन्ड उपस्थित होते हैं।
न्यूक्लिक एसिड(Nuclic acid)
ये अणु जीवों के शरीर में अनुवांशिक लक्षणों का आधार होता है। संतानों में लक्षणों को ट्रांसफर करने का कार्य और प्रोटीन संश्लेषण का कार्य भी इन्ही जैव रसायन अर्थात न्यूक्लिक एसिड के द्वारा होता है। ये पदार्थ जीवो के जीवन का आधार हैं।
कोशिका की संरचना(Structure of cell)
कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, फॉस्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम, सोडियम, आयरन, मैग्नीशियम,जिंक इत्यादि कुछ ऐसे बहुत महत्वपूर्ण जैविक घटक हैं जो कोशिका की संरचना बनाते हैं। यह अणु आपस में मिलकर करके हार्मोन्स, विटामिन और अमीनों अम्ल का निर्माण करते हैं। कोशिका की संरचना बनाने वाले घटकों की जानकारी हम जैव रसायन के अंतर्गत ही पढ़ते हैं।
जैव उत्प्रेरक क्या होता है?
जैविक रासायनिक अभिक्रिया को उत्प्रेरित करने के लिए जैविक घटकों की आवश्यकता होती है जो भी जीवों के शरीर में पाए जाते हैं। ये जैव उत्प्रेरक, जैविक अभिक्रियाओं को कई गुना बढ़ा देते है जिससे अभिकारक, उत्पाद में बहुत जल्दी बदल जाता है और अभिक्रिया पूर्ण हो जाती है।
Biochemistry के कार्य क्षेत्र
कृषि जैव रसायन
कृषि जैव रसायन में फसलों को ग्रोथ करना, डेयरी रसायन, फूड Preservative आदि पदार्थों का अध्यन करते हैं। Biochemistry का मानव जीवन पर सीधा प्रभाव पढ़ता है। कृषि में आज बहुत ज्यादा मात्रा में जैव रसायनों के अनुप्रोयोगों को शामिल किया हो रहा है।
पादप जगत रसायन
इस क्षेत्र में हम पौधों को कैसे उन्नत बनाएं, उनमें कोन से रसायन का क्या कार्य है, breading को कैसे और सक्सेसफुल बनाए आदि बातों का अध्यन करते हैं। बायोकेमिस्ट्री का यह एक अच्छा उदाहरण है।
प्राणिं जगत रसायन
इसके अंतर्गत हम जंतुओं में पाए जाने वाले हार्मोन्स, विटामिंस, एंजाइम्स आदि की स्टडी एक बड़े स्तर पर कारतें हैं। जिससें की हमे इन जौ-अणु के कार्य करने की mechanism पता चल पाए।
निष्कर्ष
आज के इस लेख मे हमने Biochemistry in Hindi के बारे मे विभिन्न जानकारियों मे जिसमें बायो रसायन के कार्य करिणी, के महत्व। इसके साथ-साथ हमने सब कुछ कि जैव रसायन कितने प्रकार के होते हैं? उम्मीद करता हूँ आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। किसी भी प्रकार के प्रश्न को कॉमेंट जरूर करें।