बिहार बोर्ड महत्वपूर्ण प्रशन

मोनोसैकेराइड , डाइ‌सैकेराइड , पालीसैकेराइड से आप क्या समझते है ?

मोनोसैकेराइड :- ये सबसे सरल कार्बोहाइड्रेट्स है इन्हे जल अपघाटन व्दारा अधिक साल कार्बोहाइ‌ड्रेटो में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है इनका सामान्य सूत्र CnH2nOn  है जहाँ म का मान 1 से 10 तक हो सकता है ये क्रिस्टलीय ठोस है जल मे अधुनशील और स्वाद मे मीठे होते है ये दो प्रकार के होते […]

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मोनो सैकेराइड, डाइसैकेराइड और पॉलीसैकेराइड में अंतर लिखे ।

                 मोनो सैकेराइड                          डाइसैकेराइड                            पॉलीसैकेराइड इसका सामान्य सूत्र CnH2nOn है। इसका सामान्य सूत्र Cn+1H2nOn है।   इसका सामान्य सूत्र (C6H10O5) पाला हवसोस या

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बिहार बोर्ड 12 th क्लास P-block objective Question

Q.निम्न में से कौन सी फास्फोरस सबसे ज्यादा स्थायी होता है ? (A)लाल (B) सफ़ेद (c) काली (D) सभी बराबर से स्थाई होते है Q.निम्न में कौन – सा पेंटाक्लोराइड नही बनाया जा सकता है ? (A)AsCl5 (B) SbCl5 (C) Ncl5  (D)  Pcl5 Q.क्लोरिन अमोनिया की अधिकता में अभिक्रिया करके बनाता है ? (A)NH4Cl (B)

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परासरण और विसरण में क्या अंतर है?

परासरण और विसरण में में अंतर, परासरण और विसरण में में क्या अंतर है या परासरण क्या है? परासरण  विसरण  विसरण में अणु उच्च सान्द्रता के क्षेत्र से निम्न और सान्द्रण की ओर गति करते हैं। परासरण के अणु निम्न सान्द्रण से उच्च सान्द्रण की ओर गति करते है। विसरण में अर्द्धपारगम्प झिल्ली की आवश्यकता

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अभिक्रिया की कोटि और अभिक्रिया की आणिवकता के बीच अंतर

अभिक्रिया की आण्विकता वे रासायनिक अभिक्रिया जो एक ही पद में पूर्ण हो जाती है, प्राथमिक अभिक्रिया  कहलाती है। किसी प्राथमिक अभिक्रिया में परस्पर एक साथ टकराने वाले अभिकारक अणु की अभिक्रिया की आण्विकता कहलाती है। किसी  अभिक्रिया ,आविकता, सामान्यतः 1,2 व 3 होती है तथा ये क्रमश एक अणुक द्विअण्णुक व त्रि -अणुक अभिक्रिया

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फैराडे का नियम प्रथम तथा द्वितीय नियम क्या है?

फैराडे का नियम क्या है? विस्तार से जानें इस लेख की सहायता से हम आपको फैराडे का नियम की बारे में बताने वाला हूँ? इसकी पूर्ण जानकारी देने वाले हैं और इसके साथ साथ हम फैराडे के वैधुत अपघटन के नियमों के बारे में भी बताने वाले है। हम आपको इसके संख्यात्मक प्रशन का हल

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नाइट्रिक अम्ल क्या होता है, लैब, ओस्टवाल्ड विधि, भौतिक एवं रासायनिक गुण, उपयोग की पूर्ण जानकारी

नाइट्रिक अम्ल क्या  है, लैब विधि, ओस्टवाल्ड विधि, भौतिक एवं रासायनिक गुण, उपयोग के बारें में पूर्ण जानकारी  नाइट्रिक अम्ल (Nitric Acid) नाइट्रिक अम्ल का निर्माण सर्वप्रथम वैज्ञानिक ग्लॉबर ने शोर तथा सल्फ्यूरिक अम्ल के मिश्रण को गर्म करके बनाया था। जिसके कारण ही नाइट्रिक अम्ल को शैरे का अम्ल के नाम से भी जानते

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समइलेक्ट्रॉनिक । समयूट्रॉनिक। समभारिक क्या होता है? सम्पूर्ण नोट्स

समइलेक्ट्रॉनिक  की परिभाषा ।।  उदहारण ।। अनुप्रयोग  समइलेक्ट्रॉनिक की परिभाषा (Defination of  Isoelctronic ) वैसे रासायनिक यौगिक या अणु जिसमें इलेक्ट्रान की संख्या एक समान होते है उसे समइलेक्ट्रॉनिक कहलाते है।  जैसे – Na+,Mg2+ ,Al3+, Ne, O2-, N3- ,F– इन सबो में दस इलेक्ट्रान है यानि इन सब में इलेक्ट्रान एक समान है इसलिए आपस में समइलेक्ट्रॉनिक कहलाएंगे।

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कार्बोधनायन | कार्बोॠणायन | कार्बनमुक्त मूलक क्या होता है?

Q कार्बोधनायन क्या  होता है?(What is Carbocation) वह कार्बन जिसपे धनायन(+Ve) आवेश होते है उसे कार्बोधनायन कहलाते है।  कार्बोधनायन में कार्बन के पास 6 इलेक्ट्रान होते है। यह अस्थाई होता है,क्योंकी अष्टक पूरा नहीं होता है ।  कार्बोधनायन के पास 3 सिग्मा बंधन होता है।  कार्बोधनायन में र्काबन का प्रसंकरण SP2 होता है।     

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थर्मोप्लास्टिक एवं थर्मोसेटिंग बहुलक में अंतर

थर्मोप्लास्टिक बहुलक(Thermoplastic Polymer) वैसे बहुलक जिनमे अंतराण्विक आकर्षण बलन तो दुर्बल होते है और नहीं प्रबल अर्थात ये  इलास्टोमेर और फाइबर  में उपस्थित बलों का मध्यवर्ती होता है। ये गर्म करने पर मुलायम तथा ठंडा करने पर कठोर हो जाते है | इन्हें गर्म करके आसानी से सांचे में ढाला जा सकता है । ये

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